चंद्र प्रकाश राठौड़
शिकोहाबाद। फसलों में अत्यधिक कीटनाशक के कारण आज न सिर्फ अनाज एवं सब्जियों का स्वाद कम होता जा रहा है अपितु कई प्रकार की नई बीमारियाँ भी समाज में फैलती जा रही हैं। इन कीटनाशकों ने आज के आदमी की रोग से लड़ने की क्षमता को नष्ट कर दिया है।
पर्यावरण मित्र, किरण बजाज के नेतृत्व में वर्ष 2004 से जैविक खेती प्रोत्साहन के लिए कार्य करता आ रहा है। इसीक्रम में आज वर्तमान संदर्भ में जैविक खेती आवश्यक क्यों? विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जनपद के अलग-अलग गांव से आए हुए लगभग पांच सौ से अधिक किसान उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता व जैविक कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आयुष भूषण ने कार्यक्रम में आए किसान भाइयों को प्राचीन में की जा रही वैदिक कृषि से होने वाले प्रकृति के अनुरूप और मानव स्वास्थ्य के अनुकूल महत्व को बताया तथा अनेक प्रकार की जैविक कृषि शून्य लागत खेती एवं प्राकृतिक खेती के मूलभूत महत्व को भी बताया।
मुख्य अतिथि डाॅ. अजय कुमार आहूजा ने अपने वक्तव्य में किसान भाइयों को जैविक खेती करने और स्वस्थ्य रहने की सलाह दी। उन्होंने तम्बाकू से होन वाले दुष्परिणामों की जानकारी दी साथ ही उससे बचने के उपाय भी किसान भाइयों को बताया।
कार्यक्रम में किसान भाइयों में रामनरेश यादव, फतेह सिंह बेधड़क, मोहर सिंह एवं अरविन्द यादव ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में पर्यावरण मित्र का परिचय मोहित जादोंन ने देते हुए पर्यावरण मित्र के उद्देश्य बताए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए दीपक औहरी ने पर्यावरण मित्र की गतिविधियों से किसानों को अवगत कराया। सभी किसानों को अपना-अपना गांव तम्बाकू एवं पाॅलीथिन मुक्त कराने का भी निवेदन किया गया। धन्यवाद ज्ञापन अभिषेक श्रीवास्तव ने दिया।
शिकोहाबाद। फसलों में अत्यधिक कीटनाशक के कारण आज न सिर्फ अनाज एवं सब्जियों का स्वाद कम होता जा रहा है अपितु कई प्रकार की नई बीमारियाँ भी समाज में फैलती जा रही हैं। इन कीटनाशकों ने आज के आदमी की रोग से लड़ने की क्षमता को नष्ट कर दिया है।
पर्यावरण मित्र, किरण बजाज के नेतृत्व में वर्ष 2004 से जैविक खेती प्रोत्साहन के लिए कार्य करता आ रहा है। इसीक्रम में आज वर्तमान संदर्भ में जैविक खेती आवश्यक क्यों? विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जनपद के अलग-अलग गांव से आए हुए लगभग पांच सौ से अधिक किसान उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता व जैविक कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आयुष भूषण ने कार्यक्रम में आए किसान भाइयों को प्राचीन में की जा रही वैदिक कृषि से होने वाले प्रकृति के अनुरूप और मानव स्वास्थ्य के अनुकूल महत्व को बताया तथा अनेक प्रकार की जैविक कृषि शून्य लागत खेती एवं प्राकृतिक खेती के मूलभूत महत्व को भी बताया।
मुख्य अतिथि डाॅ. अजय कुमार आहूजा ने अपने वक्तव्य में किसान भाइयों को जैविक खेती करने और स्वस्थ्य रहने की सलाह दी। उन्होंने तम्बाकू से होन वाले दुष्परिणामों की जानकारी दी साथ ही उससे बचने के उपाय भी किसान भाइयों को बताया।
कार्यक्रम में किसान भाइयों में रामनरेश यादव, फतेह सिंह बेधड़क, मोहर सिंह एवं अरविन्द यादव ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में पर्यावरण मित्र का परिचय मोहित जादोंन ने देते हुए पर्यावरण मित्र के उद्देश्य बताए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए दीपक औहरी ने पर्यावरण मित्र की गतिविधियों से किसानों को अवगत कराया। सभी किसानों को अपना-अपना गांव तम्बाकू एवं पाॅलीथिन मुक्त कराने का भी निवेदन किया गया। धन्यवाद ज्ञापन अभिषेक श्रीवास्तव ने दिया।
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